Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच लंबे समय से युद्ध जारी है। इस बीच अमेरिका ने यूक्रेन को हथियार और गोला बारूद की सप्लाई शुरू कर दी है। इस बात की जानकारी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दी है। इतना ही नहीं जो बाइडेन ने आरोप लगाए हैं कि चीन, ईरान और उत्तर कोरिया युद्ध में रूस की मदद कर रहे हैं। बाइडेन ने यूक्रेन और इजराइल को मदद देने के साथ-साथ ताइवान समेत हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका और उसके सहयोगियों की सुरक्षा मजबूत करने के लिए 95.3 अरब अमेरिकी डॉलर के सहायता पैकेज संबंधी विधेयक पर हस्ताक्षर कर दिए हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि पुतिन (रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन) मित्र उन्हें लगातार हथियार की आपूर्ति कर रहे हैं। ईरान ने उन्हें ड्रोन भेजें हैं। उत्तर कोरिया ने बैलेस्टिक मिसाइल और तोप के गोले भेजे हैं। वहीं चीन रूस के रक्षा उत्पादन को बढ़ाने देने के लिए सामान मुहैया करा रहा है।
अमेरिका इन हथियारों की कर रहा है सप्लाई
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका ने 155 मिमी तोपखाने राउंड, मोर्टार, तोपखाने, गोला-बारूद, RIM-7 वायु रक्षा गोला-बारूद, AIM-9M वायु रक्षा गोला-बारूद, 50 कैलिबर गोलियां, मानव रहित हवाई सिस्टम, हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम, जैसी कई चीजें मुहैया कराई हैं। जारी किए एक प्रेस रिलीज में अमेरिका ने कहा है कि इस पैकेज से यूक्रेन को अपनी सुरक्षा करने में मजबूती मिलेगी। तना ही नहीं अमेरिकी मदद से यूक्रेनी सैनिकों को रूस से लड़ने में मदद मिलेगी। वहीं इस पैकेज के मिलने के बाद यूक्रेन ने अमेरिका को धन्यवाद दिया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि राष्ट्रपति बाइडन ने आज समर्थन पैकेज पर हस्ताक्षर किए। हमें अमेरिका समर्थन दे रहा है, जिसकी हमें आवश्यकता है। मैं राष्ट्रपति बाइडन, कांग्रेस और सभी अमेरिकियों का आभारी हूं।
रूसी ठिकानों को निशाना बना सकता है यूक्रेन
हाल के समय में यूक्रेन सैन्य साजोसामान की कमी से जूझ रहा है। रूस की तरफ से यूक्रेन पर हमले तेज कर दिए गए हैं। यूक्रेन को लगातार रूसी हमलों का सामना करना पड़ रहा है। यूक्रेन लंबी दूरी की मिसाइल सिस्टम की मांग कर रहा था, जिसे अमेरिका ने मुहैया करा दिया है।
वहीं अमेरिका के बाद अब ब्रिटेन भी यूक्रेन की मदद के लिए आगे आया है। ब्रिटेन ने यूक्रेन के लिए नई सैन्य आपूर्ति के तहत 62 करोड़ अमेरिकी डॉलर की अतिरिक्त राशि देने का वादा किया है। ब्रिटेन ने यह घोषणा ऐसे समय की है जब रूस-यूक्रेन युद्ध तीसरे साल में है और पूर्वी सीमा पर रूसी सेनाओं को आगे बढ़ने से रोकने के लिए यूक्रेन संघर्ष कर रहा है।